PHP notes
Introduction to PHP Hypertext Preprocessor
PHP के बारे में detail से जानने से पूर्व आइये जानते है की PHP की आवश्यकता क्यों है? HTML एक बहुत ही आसान और उपयोगी language है। HTML के द्वारा आप web pages design करते है।
HTML के साथ CSS के उपयोग से आप web
pages को और भी beautiful
बनाते है। लेकिन HTML सिर्फ web
pages के structure और designing तक ही सिमित है। ऐसे कई tasks है जो HTML द्वारा नहीं perform
किये जा सकते है। जैसे की –
- HTML
के द्वारा आप information server पर store नहीं कर सकते है और server से कोई information access भी नहीं कर सकते है।
- इसके अलावा HTML के द्वारा आप databases में data store नहीं कर सकते है और database से data access भी नहीं कर सकते है।
और HTML के द्वारा webpages में logical/mathematical tasks भी perform नहीं किये जा सकते
है।.
उदाहरण के लिए मान लीजिये आपने एक HTML
form create किया है। इस form में user द्वारा data
input किया जाता है। User द्वारा input किए गए data को आप किसी server या database में store करना चाहते है।
इसी situation में HTML में ऐसा कोई feature
नहीं है जिसके द्वारा data को server पर या database
में store किया जा सके। HTML के साथ PHP को use करते हुए आप webpages में computational/server/database programming कर सकते है।
HTML के द्वारा आप
किसी webpage में addition
भी नहीं करवा सकते है। लेकिन PHP आपको किसी programming
language की capability provide करती है। PHP के द्वारा आप webpages
में वो सब कर सकते है जो आप किसी programming
language के द्वारा करते है।
PHP के latest versions object oriented programming को support करते है। आइये अब PHP के बारे में detail से जानने का
प्रयास करते है।
What is PHP? (in plain Hindi)
- PHP एक open source server side scripting लैंग्वेज है।
- PHP dynamic webpages develop करने के लिए use की जाती है।
- PHP का पूरा नाम PHP Hypertext Preprocessor है। पहले इसे Personal Home Pages के नाम से जाना जाता था।
⇨
Scripting language वो language
होती है जो different
applications को एक साथ जोड़ती है। उदाहरण के लिए
web browser और server के बीच में PHP काम करती है। इसलिए PHP एक server side scripting
language कहलाती है।
JavaScript भी एक scripting language है लेकिन JavaScript user के CPU और web
browser के बीच काम करती है। इसलिए वह client
side scripting language कहलाती है।
⇨ Dynamic web pages ऐसे web pages होते है जिनका content कुछ events के according
change हो जाता है। उदाहरण के लिए एक dynamic
web page load होते समय आपकी location
के हिसाब से आपको आपकी city का current weather बता सकता है।
ज्यादातर PHP का syntax C language से मिलता है। यदि आपने C
language पढ़ रखी है तो आप आसानी से PHP को सिख सकते है। ये एक बहुत ही simple
language है।
Applications of PHP
PHP को यूज़ करते हुए
आप 3 मुख्य काम कर सकते है –
- Server
side scripting – यह
PHP
का सबसे मुख्य कार्य होता है। PHP को इसी के लिए design किया गया था। इसके लिए आपको एक PHP
parser, web server और
web
browser की जरुरत होती है।
- Command
line scripting – आप PHP code को बिना server या browser के भी run कर सकते है। इसके लिए आपको सिर्फ PHP parser की आवश्यकता होती है। इसे आप text processing के लिए use कर सकते है।
- Desktop
applications – PHP के
द्वारा आप desktop
applications भी create कर सकते है।
Features of PHP
PHP के कुछ features नीचे दिए जा रहे है। इन features से आप PHP का quick idea लगा सकते है।
- Open
source – PHP आपको
freely
available है। इसका code publicly download के लिए internet पर उपलब्ध है। इसको आप अपने यूज़ के according modify
कर सकते है।
- Scripting
language – PHP एक scripting
language है।
- Can
be embedded into HTML – PHP को आसानी से HTML के साथ यूज़ किया जा सकता है।
- Generates
HTML – Execute होने के बाद PHP code simple
HTML के रूप में show हो जाता है।
- Server
side – PHP आज के ज्यादातर web servers को support करती है। PHP का code server पर ही execute किया जाता है।
- Can
interact with databases – PHP के
द्वारा आप databases
के साथ interact कर सकते है। PHP बहुत सारे databases को भी सपोर्ट करती है। PHP को यूज़ करते हुए databases से interact करना बहुत आसान है।
- Secure
– जहाँ जँहा भी आप अपने program में PHP को यूज़ करेंगे server side पर execute होने के बाद उसका result आपके webpage में PHP code को replace कर देता है और simple HTML के रूप में webpage पर show होता है। Webpage generate होने के बाद PHP का code user को show नहीं होता है। आपका PHP code hidden रहता है उसे modify नहीं किया जा सकता है।
Future Scope of PHP
PHP एक बहुत ही popular और सिखने में आसान language
है। सभी छोटी और बड़ी companies
PHP को use कर रही है। बीते कुछ सालों में PHP को पूरी तरह change कर दिया गया है। PHP में object oriented programming features से लेकर popular content management systems जैसे की Joomla और Drupal के लिए भी support
provide किया गया है।
Introduction to
Installing PHP
HTML webpage को execute करने के लिए किसी भी प्रकार के special
software की आवश्यकता नहीं होती है। आप simply
HTML code लिखते है और उसे .html
extension के साथ save करते है। इसके बाद जैसे ही उस file को open करते है तो आपका code
execute हो जाता है और web
page के रूप में show हो जाता है। लेकिन PHP के साथ ऐसा नहीं है।
PHP एक scripting
language है जो आपको web
pages में logic implement करने की ability
provide करती है। किसी भी दूसरी programming
language की तरह PHP
आपको object
oriented programming features भी provide करती है। इसलिए PHP scripts को execute करने के लिए आपको
PHP interpreter की आवश्यकता होती है।
क्योंकि PHP एक server side scripting
language है इसलिए PHP
scripts को execute करने के लिए एक server
की भी आवश्यकता होती है। Server
के बिना PHP
scripts को execute नहीं किया जा सकता है। PHP में development सिखने के लिए Apache
use किया जाने वाला सबसे common
server है।
यदि आप कोई database
application (Data को store
करने के लिए) create
कर रहे है तो आपको एक DBMS जैसे की MySQL
की भी जरुरत पड़ती है।
आप चाहे तो PHP,
MySQL और Apache server को separately install करके configure
कर सकते है। लेकिन आपको ऐसा करने की
आवश्यकता नहीं है। PHP में आसानी से development
करने के लिए Apache
Friends द्वारा XAMPP
package provide किया गया है।
What is XAMPP ?
(in plain Hindi)
XAMPP एक free,
open source web server solution package है। इसे Apache Friends द्वारा develop किया गया है।
इसमें मुख्यतः Apache HTTP Server, MySQL Database और PHP interpreter files available है। XAMPP एक cross
platform package है। यह सभी मुख्य platforms
के लिए available
है।
XAMPP को install
करने के बाद आपको किसी भी दूसरे software
को install करने की आवश्यकता नहीं होती है। यह PHP
development के लिए एक complete
package है। जब आप XAMPP
को install करते है तो आपके computer
में automatically PHP,
Apache Server और MySQL आदि दूसरी services
install हो जाती है।
XAMPP (Linux Apache MySQL PHP Package) को आप निचे दी गयी link से download कर सकते है।
Download
XAMPP for Windows/Linux/Mac
XAMPP को download
करना और install
करना निचे step
by step समझाया जा रहा है।
Read Also
: How to Run A PHP Program in Hindi
Installing
XAMPP
1. जैसे ही आप ऊपर
दी गयी link पर click
करेंगे तो आपके browser
में XAMPP download का official web page open
हो जाएगा।
2. इस webpage में आपको अलग अलग platforms के
लिए XAMPP download करने
के options provide किये
गए है। जैसे ही आप अपनी आवश्यकतानुसार किसी button पर click करते है तो आपके computer में XAMPP की downloading start हो
जाती है। Window platform के
लिए XAMPP की size 124 MB है।
3. Download होने
के बाद आप जैसे ही file को double click करेंगे
तो आपको XAMPP setup की screen show होगी।
यह XAMPP setup की welcome screen है।
इस screen पर आप next click करेंगे।
4. जैसे ही आप XAMPP
welcome setup screen पर next
click करेंगे तो आपको component
selection screen show होगी। इस screen में आप install
किये जाने वाले components
को customize कर सकते है। यदि आप किसी item को install नहीं करना चाहते है तो उसके checkbox
का selection off कर सकते है।
शुरआत में आपको XAMPP
default mode में install करना चाहिए। इसलिए बिना किसी option को change किये आप next
button पर click करेंगे।
5. Component selection screen पर जैसे ही आप next click करेंगे तो आपको installation folder screen show होगी। इस screen में आप वह drive/location
select करते है जिसमे आप XAMPP को install करना चाहते है।
By default XAMPP C drive में install होता है। लेकिन
आप चाहे तो इसकी location change कर सकते है। अपनी आवश्यकता के अनुसार location
set करके आप next
button पर click कर करेंगे।
6. जैसे ही आप installation
folder screen पर next click करेंगे तो आपको एक screen
show होगी। इस screen में आपसे पूछा जाएगा की आप क्या आप bitnami
के बारे में अधिक जानना चाहते है।
Bitnami एक software
program है जो आपको XAMPP के साथ Joomla और Drupal जैसे content
management systems के साथ कार्य
करने की ability provide करता है।
आप चाहे तो इसके बारे में जान सकते
है नहीं तो दिए गए checkbox को off करके next
click करेंगे।
7. जैसे
ही आप Bitnami for xampp screen पर next click करेंगे
तो आपको ready to install screen show होगी।
इस screen में आपको बताया
जाएगा की setup ready हो
चूका है और अब आप XAMPP को install कर सकते है। इस screen में आप next button पर click करेंगे।
8. जैसे
ही आप ready to install screen पर next click करेंगे
तो आपको installation screen show होगी।
इस screen में आपको installation progress दिखायी
देगी।
9. Installation समाप्त होने से पहले आपको Apache HTTP Server को firewall access
permission देने की screen
show हो सकती है। इस screen पर आप simply
allow access button click करेंगे।
10. Installation समाप्त
होने के बाद आपको setup
completion की screen show होगी। इस screen में आपसे पूछा
जाएगा की क्या आप XAMPP
control panel को start करना चाहते है। इस screen पर आप finish button click करेंगे।
11. जैसे ही आप setup
completion screen पर finish
button click करते है तो आपको language
select करने के लिए लिए एक छोटी सी screen
show होगी। XAMPP
की default language
English है। इसलिए इस screen में आप बिना कोई change
किये save button पर click करेंगे।
12. अब
आपके computer में XAMPP install हो
चूका है। XAMPP के control panel को आप
start menu में
जाकर open कर सकते है।
13. जैसे ही आप XAMPP
control panel को open करेंगे तो आपको XAMPP
control panel की screen होगी। इस screen
में उन सब services
की list आपको show होगी जिन्हें आप start
और stop कर सकते है।
PHP के साथ काम करने
के लिए आपको Apache और MySQL
services को open कर देना चाहिए। इसके लिए आप हर service
के आगे दिए गए start
button को click करते है।
अब आपके computer
में XAMPP install हो चूका है। आपको PHP या किसी भी server
को अलग से install
करने की आवश्यकता नहीं है। अब आप PHP में web applications
create करना start
कर सकते है।
Note : XAMPP को install करते समय ध्यान
रखे की आपके computer में पहले से PHP, MySQL और Apache install ना हो। यदि ऐसा है तो XAMPP के द्वारा services
को शुरू करते समय errors
आ सकती है।
Introduction to
PHP Tags
जब कोई PHP
file parse होती है तो parser
opening और closing tags को search करता है। Basically
parser interpreter का part होता है और PHP
code को अलग अलग हिस्सों में तोड़ता है
ताकि पता लग सके की कौनसा हिस्सा tag है और कौनसा actual data है।
Parser वही कोड parse
करता है जो opening
और closing tags के बीच में हो बाकि सारा कोड parser
ignore कर देता है। ऐसा हो सकता है की आपको अपने document में कई अलग अलग जगह पर PHP
code यूज़ करना पड़े।
यदि आप ऐसा बिना PHP
tags को define किये करते है तो parser
उस PHP code को execute नहीं करेगा। इसलिए आप जँहा भी PHP
code लिखेंगे वह PHP के opening और closing tags के बीच में ही होगा।
Types of PHP
Tags
PHP 4 तरह के tags
provide करती है। हालाँकि PHP के latest version में इनमें से कुछ tags को disallow कर दिया गया है। निचे इन tags के बारे में बताया जा रहा है।
PHP Common Tags
ये सबसे commonly
यूज़ किये जाने वाले tags है। ज्यादातर standard
applications में आप देखेंगे की इन्ही tags का इस्तेमाल किया जाता है।
Best Hindi Tutorials के readers को सलाह दी जाती है की वे इन्हीं tags का इस्तेमाल अधिक करें।
PHP Script Tags
जैसे आप javascript का code head section में script tag के
द्वारा लिखते है
वैसे ही आप PHP का code भी script tag में
लिख सकते है।
इस type के PHP
tags को PHP version 7.0.0 से disallow कर दिया गया है।
PHP ASP Style Tags
अगर आप ASP के साथ familiar
है तो आप ये ASP
style tags यूज़ कर सकते है।
इस type के PHP
tags को PHP version 7.0.0 से disallow कर दिया गया है।
PHP Short Form Tags
Commenting PHP
Code
किसी भी दूसरी language
की तरह आप PHP
code को भी comment
कर सकते है। Comments
parser द्वारा parse
नहीं किये जाते है। Comments
किसी code को explain करने के लिए लिखे जाती है। Comments
लिखने से कोई भी दूसरा programmer
आसनी से उस code को समझ सकता है।
Comments लिखना बहुत अच्छी practice मानी जाती है। इससे सालों बाद भी
यदि कोई programmer आपके code को देखता है तो
वह आसनी से उसे समझ सकता है। PHP code को अलग अलग तरह से comment किया जा सकता है। इसके बारे में निचे बताया जा रहा है।
Single Line Comment
Single line comment syntax का प्रयोग तब किया जाता है जब comment किया जाने वाला text एक line से भी कम हो। Single
line comment का उदाहरण निचे दिया जा रहा है।
// your comment here
इसके
अलावा आप single line comment निचे दिए जा रहे
तरीके से भी define कर सकते है
# your comment here
इन दोनों तरीकों में फर्क सिर्फ
इतना है की एक तरीके में comment // से start होता है और दूसरे
तरीके में # से start होता है।
Multi Line Comment
Multiline comment syntax का प्रयोग तब किया जाता है जब comment के रूप में लिखा जाने वाला text एक line से अधिक होता है। Multiline
comment का उदाहरण निचे दिया जा रहा है।
/* This is
your multi line
comment here */
PHP Program
PHP एक बहुत ही simple
scripting language है। यदि आपने C
language पढ़ी हुई है तो आप आसानी से PHP में web applications
create कर सकते है। अब तक आप PHP के tags के बारे में जान चुके है। आइये अब PHP में एक simplest
program बनाने का और उसे समझने का प्रयास
करते है।
हालाँकि PHP को HTML के साथ embed
किया जा सकता है। लेकिन आप चाहे तो only
PHP का भी program
create कर सकते है। निचे एक ऐसा ही pure
PHP program दिया जा रहा है।
ऊपर दिए गए program
में सबसे पहले
<?php opening tag का प्रयोग किया
गया है। जैसा की आपको पता PHP code हमेशा <?php और ?> tags के बीच में ही लिखा जाता है। इसलिए main PHP code लिखने से पूर्व इन tags को define करना आवश्यक होता है।
PHP opening tags के बाद echo function का 2 बार use किया गया है। यह function
PHP में string messages और variables की values को print करने के लिए use किया जाता है। इस function
में आप HTML
tags को भी define
कर सकते है।
जैसा की ऊपर दिए गए उदाहरण में
<br> tag को define किया गया है जो की line
break के लिए use किया जाता है।
यह एक बहुत ही simple
उदाहरण है यह उदाहरण output
के रूप में क्रमशः Hello
Reader और Welcome to Best Hindi
Tutorials messages print करता है।
Running a PHP
Program
एक PHP program को आप किसी HTML
program की तरह नहीं execute
कर सकते है। क्योंकि PHP एक server side scripting
language है, इसलिए PHP को server द्वारा execute
किया जाता है।
PHP program को execute करना बताने से
पहले यँहा पर assume किया जा रहा की की आपने XAMPP अपने computer
में install कर लिया है और XAMPP
control panel के द्वारा आपने Apache
server को start कर दिया है।
XAMPP एक software
package है जो आपको PHP में development करने के लिए PHP
interpreter, Apache server और MySQL जैसे दूसरी services
provide करता है।
यदि आपने अभी तक XAMPP
install नहीं किया है तो कृपया PHP
Installation वाली tutorial
को follow करके आप XAMPP
install कर लीजिये।
किसी भी PHP
program को run करने से पहले आपके XAMPP
control panel कि situation इस प्रकार होनी चाहिए।
PHP files server द्वारा execute की जाती है इसलिए
सभी PHP files को server पर store किया जाता है। XAMPP आपके computer
में local server को install कर देता है जिससे आपका computer
ही server बन जाता है।
क्योंकि आप अभी PHP में web applications create करना सिख ही रहे है इसलिए आप local
server पर काम करेंगे। एक बार जब आप अच्छी
तरह सिख लें तो आप live server पर भी काम कर सकते है।
चाहे local
server use करें या live server
concept दोनों में same ही होता है। आप server की किसी directory
में अपनी files को store करते है। बाद में जब web
browser द्वारा उस file के लिए request
की जाती है तो server उन्हें execute
करता है और result
browser में show हो जाता है।
Live server पर files को upload करने के लिए कई applications
available है। इस काम के लिए PHP के साथ FileZilla
service अत्यधिक use की जाती है। लेकिन क्योंकि अभी आप local
server पर काम करेंगे इसलिए आपको इसे use करने की आवश्यकता नहीं है।
XAMPP द्वारा create किये गए local
server की directory आपको install
की गयी drive में XAMPP folder के अंदर htdocs के नाम से मिलेगी। आप अपनी सभी files इसी directory में store करेंगे।
इस directory में आप directly
भी अपनी PHP
files को store कर सकते है या फिर अपने project
के नाम से कोई directory
बना कर उसके अंदर भी PHP
files को store कर सकते है।
आपको समझाने के लिए उदाहरण के रूप
में मैने Best Hindi Tutorials के नाम से एक directory create की है।
आप अपनी सभी PHP files को .php extension के
साथ save करके ही इस folder में store करेंगे। उदाहरण के
लिए मेने ऊपर create किये
गए उदाहरण को First_PHP_Program.php के
नाम से save किया किया है।
अब तक आपने एक PHP
file create करना और उसे server
directory में store करना सिख लिया है। इस file को execute करने के लिए आप सबसे पहले अपने browser
की window open करेंगे।
इसके बाद आप browser
window में localhost type करेंगे। जैसे ही आप enter
button press करेंगे तो आपको XAMPP का welcome page show होगा इसका मतलब ये है की आपका server ठीक तरह से काम कर रहा है।
यदि आपको ये page
show नहीं होता है तो या तो आपने server
start नहीं किया है या फिर आपने ठीक तरह से server
install नहीं किया है।
PHP file को execute करने के लिए आप localhost के आगे forward
slash लगाकर उस file का नाम लिखते है। यदि आपने file को directory create करके उसमे store किया है तो localhost
के बाद forward
slash लगाकर पहले directory
का नाम और उसके बाद forward
slash लगाकर file का नाम लिखेंगे।
इसका syntax निचे दिया जा रहा है।
localhost/directoryName/fileName.php
क्योंकि मैने PHP
file को directory में store किया है इसलिए में उसे directory
के नाम द्वारा ही access करूँगा।
जैसे ही आप enter press करेंगे
तो आपकी PHP file execute होगी।
यदि आपकी coding में
कोई गलती है नहीं है तो आपको सामान्य रूप से output show हो जाएगा।
Note : PHP
files को browser के through इसलिए access किया जाता है
क्योंकि PHP files client machine पर
नहीं server पर execute होती है। हालाँकि इस case में client और server दोनों same computer ही
है।
Introduction to PHP & HTML
पिछली tutorial
में आपने जो PHP
page create किया उसमें पूर्णता PHP
language का ही प्रयोग किया गया था। जैसा की
आपने देखा केवल PHP
का ही प्रयोग करके आप interactive
web pages create कर सकते है। लेकिन यह आवश्यक नहीं है
की आप केवल PHP code द्वारा ही web pages create करें।
PHP की एक विशेषता यह
है की इसे HTML के साथ mix करके use किया जा सकता है। PHP के द्वारा आप webpage
की designing को उतना control
नहीं कर सकते है जितना की HTML और CSS द्वारा किया जा सकता है। इसलिए इसे HTML और CSS के साथ use किया जाता है।
जब PHP और HTML को mix करके एक webpage
create किया जाता है तो उसे भी .php
extension से save किया जाता है। इसका कारण यह है की HTML
simply web browser द्वारा render
(display) की जाती है, लेकिन PHP को server पर available PHP engine द्वारा run किया जाता है।
PHP और HTML को एक साथ आप दो प्रकार से use कर सकते है।
- PHP
inside HTML
- HTML
inside PHP
PHP और HTML को एक साथ use करने के इन दोनों ही तरीकों के बारे
में आगे detail से बताया जा रहा है।
Defining PHP Inside HTML
एक HTML document के अंदर आप PHP
code कँही भी insert कर सकते है। लेकिन आपको यह बात
हमेशा ध्यान रखनी चाहिए की यदि PHP code कोई output display करता है तो वह output webpage में उसी location
पर display किया जाएगा जँहा पर आपने PHP
code define किया था।
जब आप HTML
document के अंदर PHP
code define करें तो यह आवश्यक है की आप उसे PHP
tags के अंदर define करें। आइये इसे एक उदाहरण के द्वारा
समझने का प्रयास करते है।
निचे दिए गए code को देखिये।
ऊपर दिए गए code में HTML से एक simple
web page create किया गया है। लेकिन इसमें HTML के साथ ही PHP का भी प्रयोग किया गया है। Body
tag के अंदर PHP को define किया गया है और एक simple
message display किया गया है।
जैसा की मैने पहले बताया HTML
document के अंदर PHP
code कँही भी define किया जा सकता है बस वह PHP
tags के अंदर होना चाहिए। जैसे की ऊपर
दिए गए code में closing
HTML tag के बाद एक बार और PHP
code define किया गया है और एक message
print करवाया गया है।
ऊपर दिया गया code
execute किये जाने पर निचे दिया गया output
generate करता है। जैसा की आप output
webpage में देख सकते है PHP द्वारा display
किये गए message
उसी location पर show होते है जँहा उन्हें define किया गया था।
Defining HTML
Inside PHP
PHP code के execute होने के बाद server
द्वारा browser
को output text भेजा जाता है। यह text
browser द्वारा simple
text के रूप में नहीं बल्कि HTML के रूप में interpret
किया जाता है।
ऐसे में आप PHP द्वारा send किये जा रहे output
को HTML code द्वारा format
करके show करवा सकते है। ऐसा करके आप PHP द्वारा भेजे जाने वाले output
को webpage में अपने अनुसार represent
कर सकते है।
इस कार्य के लिए मुख्यतः echo और print language
constructs का प्रयोग किया जाता है। इनके बारे
में अधिक जानकारी आप इनसे सम्बन्धित tutorials को पढ़ कर प्राप्त कर सकते है।
PHP code के अंदर किस प्रकार HTML का प्रयोग किया जाता है आइये इसे एक उदाहरण से समझने का प्रयास
करते है।
निचे दिए गए code को देखिये।
ऊपर दिए गए code में echo language construct द्वारा
एक message print करवाया
गया है। इस message को HTML heading tag द्वारा
format किया गया है। इसी
प्रकार आप दूसरे HTML tags भी PHP के अंदर define कर सकते है। ऊपर
दिया गया उदाहरण निचे दिया गया output
generate करता है।
Introduction to PHP
Command-Line Interpreter
अभी तक आप PHP
code को web browser और server के साथ execute
करना सिख चुके है। इस प्रकार के execution में पहले PHP
code server पर execute होता है और उसके बाद output
browser में show किया जाता है।
लेकिन PHP
code को execute करने का सिर्फ यही एकमात्र तरीका
नहीं है। PHP code को command-line interpreter (CLI) द्वारा भी execute किया जा सकता है।
Command-line interpreter एक software program है जिसे command prompt window में commands द्वारा चलाया जाता है। हालाँकि PHP command-line
interpreter का प्रयोग desktop
applications create करने के लिए किया
जाता है। लेकिन इसके प्रयोग से web development भी बहुत ही आसानी से किया जा सकता है।
Command line interpreter के माध्यम से errors को बड़ी आसानी से identify और correct किया जा सकता है।
साथ ही इसके प्रयोग से आपका समय भी बचता है क्योंकि code को server पर upload करने की आवश्यकता नहीं होती है।
PHP के command
line version को CLI (Command Line
Interpreter) कहा जाता है और PHP के server version को CGI (Common Gateway
Interface) कहा जाता है।
जैसा की आपको पता
है PHP द्वारा कई प्रकार
की applications (desktop, shell आदि) create की जाती है। यह
आवश्यक नहीं है की सभी applications
को एक
ही प्रकार से execute किया
जाए। आप अपनी आवश्यकता के अनुसार किसी भी तरह से PHP code को execute कर सकते है।
Working with
Command-Line Interpreter
जैसा की मैने पहले बताया command-line
interpreter के साथ commands
द्वारा work किया जाता है। कोई भी command
execute करने से पहले आपको यह check
कर लेना चाहिए की PHP
command-line interpreter आपके system में installed
है या नहीं।
यह check करने के लिए आप command
line window में php -v command
execute करते है। यदि command-line
interpreter आपके system
में installed होता है तो इस command
को execute किये जाने पर उसकी details
show होती है।
Command-line interpreter का version, copyrights जैसी information इस command द्वारा show की जाती है। जैसे
की निचे दी जा रही image में show हो रहा है।
Command-line interpreter में बहुत सी commands available है जो अलग अलग operations perform करने के लिए प्रयोग की जाती है। यदि आप command-line
interpreter द्वारा provide
की गयी सभी commands
को देखना चाहते है तो इसके लिए आप php -h
command execute करते है।
जब आप इस command
को execute करते है तो आपको निचे दी गयी image की तरह command
options की list show होती है।
Command-line interpreter द्वारा php file को execute करना बिलकुल आसान
होता है। इसके लिए आप निचे दिए गए syntax को follow कर सकते है।
php file-name.php |
जैसा की आप ऊपर दिए गए syntax में देख सकते है, सबसे पहले php
command लिखी जाती है। इसके बाद उस file का नाम लिखा जाता है जिसे आप execute
करना चाहते है।
जैसे ही आप command
को execute करते है PHP
file द्वारा produce
किया गया output आपको command
window में show हो जाता है। यदि आपकी file
PHP के अलावा कोई दूसरा code है तो इसे HTML के रूप में execute
किया जाता है।
Introduction to PHP
Data Types
आप किस तरह की information
किसी variable
में store करना चाहते है ये आप PHP
data types के द्वारा define
करते है। जैसे की आप कोई संख्या store
करना चाहते है। या फिर character
store करना चाहते ये आप data
types के माध्यम से compiler
को दर्शाते है।
PHP में 8 तरह के data
types होते है। जिनमे 4
scalar types होते है, 2
compound types होते है और 2
special types होते है।
- Scalar
types
·
Integer
·
Float
·
Boolean
·
String
- Compound
types
·
Array
·
Object
- Special
types
·
Resource
·
NULL
Scalar
Types
Scalar data types को base types भी कहा जाता है। ये data types एक programming language
(PHP) by default provide करती है। इस तरह के data type एक single value को hold करते है। जैसे की int,
char, float, boolean आदि।
Integer
Integers किसी संख्या को स्टोर करने के लिए यूज़ किये जाते है। Integers
हमेशा पूर्ण संख्या को स्टोर करते
है। आप दशमलव संख्या integer variables में स्टोर नहीं कर सकते है।
PHP में आप integer variables इस प्रकार क्रिएट
कर सकते है।
Float
Float types के variables दशमलव संख्या स्टोर करने के लिए यूज़ किये जाते है। PHP में आप floating
point data type के variables इस प्रकार create
कर सकते है।
Boolean
Boolean types के variables truth values store करते है। आप true और false में से कोई एक value
boolean type के variables में स्टोर कर सकते है। PHP में आप boolean
data types के variable इस प्रकार क्रिएट कर सकते है।
String
String types के variables में आप string स्टोर कर सकते
है। एक स्ट्रिंग characters की sequence होती है। PHP में आप string
type के variables इस प्रकार क्रिएट कर सकते है।
Compound
Types
PHP में compound
data types वो data types होते है जो programming
language को यूज़ करते हुए आप अपने program
में बनाते है। जैसे की arrays,
objects, structure, linked-lists, queue, stack आदि।
Array
PHP में array
एक map की तरह होता है। आप values
को keys के द्वारा स्टोर करवाते है। इसके
अलावा PHP में arrays
को आप किसी list की तरह भी यूज़ कर सकते है और किसी hash-table
की तरह भी यूज़ कर सकते है।
PHP में array
आप इस प्रकार create
कर सकते है।
Objects
PHP में आप object
types भी क्रिएट कर सकते है। Object
types क्रिएट करने के लिए पहले आपको क्लास
क्रिएट करनी होगी। PHP में क्लास और ऑब्जेक्ट क्रिएट करना किसी और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज
की तरह बिलकुल आसान है।
PHP Special Types
Special type data types वो data types होते है जो किसी एक particular language के लिए ही बने होते है। PHP के special data types निचे दिए जा रहे है।
Resource
एक resource स्पेशल data
type होता है जो external
resources को hold करता है। जैसे की database
connection या फाइल्स जो आप PHP कोड के द्वारा open करते हो।
NULL
यदि आपने कोई variable
क्रिएट किया है लेकिन उसमे आप initially कोई वैल्यू स्टोर नहीं करवाना चाहते
तो आप उसमे NULL स्टोर करवा सकते
है। NULL का मतलब होता है
की उस variable की कोई वैल्यू नहीं है।
Introduction
to PHP Variables
PHP और दूसरी languages
में variables किसी information
को store करने के लिए यूज़ किये जाते है। ये information
कुछ भी हो सकती है जैसे किसी
व्यक्ति का मोबाइल नंबर या उनका पता। Variables किसी भी programming
language के सबसे छोटे और powerful
element होते है।
जब भी आप कोई variable
create करते है तो PHP उस variable के अनुसार memory
में उस variable
के नाम से एक space
create करती है। और उसमें उस variable
की value को store कर देती है। इस value
को आप computer
memory से variable के नाम द्वारा access
कर पाते है।
Variables की values पर operations
perform करने के बाद जब program
exit होता है तो variables
की memory automatically
release हो जाती है। आप चाहे तो variables
की values को permanently files में भी store कर सकते है।
Creating PHP Variables
PHP में variables
create करना किसी दूसरी लैंग्वेज से different
है। इसके लिए आपको निचे दी गयी
बातें ध्यान में रखनी चाहिए।
1. Variable
के नाम से पहले $ sign लगाया जाना चाहिए।
2. Variable
का नाम letter या underscore से शुरू होना चाहिए।
3. Variables
के नाम में numbers
भी use किये जा सकते है लेकिन variable का नाम number से शुरू नहीं किया जाना चाहिए।
4. Variable
के नाम से पहले data
type define करने की आवश्यकता नहीं होती है। PHP ये automatically identify करती है। जब आप variables
में value assign करवाते है तो जिस type की वैल्यू होती है variable
भी उसी type का बन जाता है।
5. PHP
case sensitive है। यानि की num और Num दो different variables है।
6. सभी variables के नाम unique होने चाहिए।
PHP में variables
create करने का general
syntax निचे दिया जा रहा है।
[dollarSign($)] [variableName]
= value;
PHP में variables क्रिएट करने का उदाहरण निचे दिया गया है।
Initializing PHP
Variables
Variables को value assign करना initialization कहलाता है। ये जरुरी नहीं की आप PHP में variables को initialize करें। आप variables
को create करने के बाद program
में कँही भी initialize
कर सकते है।
PHP में variables
by default value द्वारा initialize
होते है। इसका मतलब ये हुआ की यदि आप एक variable
को किसी दूसरे variable
को assign करते है तो उस variable
की value assign किये जाने वाले variable
में copy हो जाती है।
यदि आप इस प्रकार value
assign करने के बाद किसी एक variable
की value को change करते है तो दूसरे variable
की value पर इसका कोई असर नहीं होता है। PHP में variables को value reference के द्वारा भी assign
की जा सकती है।
जब value reference के द्वारा assign
की जाती है तो एक variable
में value change होने पर वह automatically
दूसरे variable
में भी change
हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है
क्योंकि जब reference के द्वारा value assign की जाती है तो value के बजाय उसकी location assign की जाती है जँहा पर variable stored है।
इस प्रकार दोनों variables एक ही value
को point करते है। ये एक प्रकार से अलग अलग
नामों से एक ही value को access
करने जैसा है।
Displaying PHP
Variables
PHP variables की value display करने के लिए आपको PHP के predefined functions को यूज़ करना होता है।
जैसे की echo या print function
use करके आप variable
की value को display करवा सकते है। Variables
की value display करवाने के लिए भी आपको variable
के नाम से पहले $
sign लगाना होगा। PHP
में variables की value display करने का उदाहरण नीचे दिया जा रहा
है।
ऊपर दी गयी script निचे दिया गया output
generate करती है।
Scope of PHP Variables
कोई variable program के कँहा कँहा use किया जा सकता है ये उसका scope
कहलाता है। PHP में variables का scope किसी दूसरी programming
language से अलग होता है।
अगर दूसरी languages
की बात करें तो एक बार जब आप शुरू
में variables को create करते है तो बाद
में उन variables को program के किसी भी function
में use कर सकते है। ये variables
global variables कहलाते है। लेकिन PHP के साथ ऐसा नहीं है।
यदि आप function
के बाहर declare
किये गए किसी variable
को function के अंदर access
करना चाहते है तो इसके लिए आपको उसे
function के अंदर global keyword द्वारा वापस declare करना होगा। केवल तब ही आप उसे function के अंदर use कर सकते है।
उदाहरण के लिए निचे दिए program
को देखिये।
ऊपर दी गयी script निचे दिया गया output generate करती है।
ऊपर दिए गए उदाहरण में display()
function के अंदर यदि बिना global
keyword द्वारा $name को declare किये इस variable
को access किया जाएगा तो Undefined
variable error generate होगी।
इसी प्रकार आप किसी function
के अंदर declare
किये गए variable
को function के बाहर access नहीं कर सकते है। ऐसे variables
का scope local होता है। यदि किसी file को include करने से पूर्व आपने variable
create किया है तो include
की जाने वाली file में आप उस variable
को access कर सकते है। लेकिन file किसी function
में नहीं include
की जानी चाहिए।
Introduction to PHP
Constants
PHP में variables
के अलावा आप constants
में भी data
store कर सकते है। Constants
variables की तरह ही होते है लेकिन इनकी value को change नहीं किया जा सकता है।
कई बार आपको ऐसे data को store करने की आवश्यकता होती है जिसे change नहीं किया जा सके। उदाहरण के लिए आप
geometric operations perform कर रहे है जिनमें PI की value की आवश्यकता है। PI की value हमेशा 3.14 ही रहती है।
यदि आप variable
के द्वारा PI की value store करते है तो यह संभव है की बाद में
गलती से आपके द्वारा या किसी operation से इसकी value change हो जाये। यदि ऐसा होता है तो सभी operations wrong
results produce करेंगे।
इस situation में PI को constant के रूप में define किया जा सकता है। ऐसा करने से program run होने के दौरान किसी भी प्रकार से PI की value change नहीं की जा सकती है।
Syntax of PHP
Constants
PHP में constants define करने
के लिए define function का
प्रयोग किया जाता है। इसका general
syntax निचे दिया जा रहा है।
Constant define करने के लिए define function में 3 arguments pass किये जाते है।
- constant-name
– यह constant का नाम होता है। यह नाम program में unique होना चाहिए।
- constant-value
– यह constant की value होती है।
- case-sensitive
(optional) – यह
Boolean
(TRUE, FALSE) value होती है। यह एक optional
argument है इसके बिना भी constant
create किया जा सकता है। यदि आप चाहते
है की constant
non case sensitive हो तो आप इसकी value true pass करते है नहीं तो इसकी value by
default false रहती
है।
Constants को program में use करते समय आपको एक बात हमेशा ध्यान
रखनी चाहिए की constants को dollar ($) के साथ define और प्रयोग नहीं
किया जाता है।
Example of PHP Constants
PHP में constants
के उपयोग को निचे उदाहरण द्वारा
समझाया जा रहा है।
ऊपर दिया गया उदाहरण निचे दिया गया output
generate करता है।
PHP Magic Constants
PHP आपको बहुत सारे predefined
constants provide करती है। इन constants
को आप किसी भी script में use कर सकते है।
इसके अलावा PHP आपको magic
constants भी provide करती है। इन magic
constants की value इनकी location
के आधार पर change होती है। इनके बारे में निचे बताया
जा रहा है।
- __LINE__
– यह constant file में current line number को बताता है।
- __FILE__
– यह constant current file का पूरा path और पूरा नाम बताता है।
- __DIR__
– यह constant current file की directory बताता है।
- __FUNCTION__
– यह constant current function का नाम बताता है।
- __CLASS__
– यह constant current class का नाम बताता है।
- __TRAIT__
– यह constant trait का नाम बताता है।
- __METHOD__
– यह constant class के method का नाम बताता है।
- __NAMESPACE__
– यह constant current namespace का नाम बताता है।
PHP magic constant का प्रयोग निचे उदाहरण द्वारा समझाया जा रहा है।
Introduction to PHP
echo
PHP में echo एक language construct है। कई बार echo को function के रूप में misjudge
कर लिया जाता है। लेकिन यह एक function
नहीं है। यह एक special
tool है जिसे PHP की core functionality में hard code किया गया है।
यदि programmer की दृष्टि से देखा जाए तो language
construct भी built in functions की तरह ही काम करते है। लेकिन इनमें
मुख्य difference यह होता है की PHP engine इन्हें अलग अलग तरीके से interpret करता है।
हर programming language कुछ keywords से मिलकर बनी होती है। ये keywords
उस programming language के parser या compiler के द्वारा परिचित होते है। उदाहरण
के लिए if, else आदि keywords है और PHP parser यह जानता है की ये keywords किस सन्दर्भ में और किस प्रकार
प्रयोग किये जाते है। इनका पूरा syntax PHP parser के पास stored रहता है।
मान लीजिये किसी PHP
file को parse किया जा रहा है और PHP
parser को if keyword मिलता है तो PHP
parser को पहले से ही पता है की इस keyword
के बाद opening
bracket आता है। लेकिन यदि script में ऐसा नहीं है तो PHP
parser error show कर देता है।
इस situation में if एक language constructor है क्योंकि PHP parser को पहले से ही पता है की ये क्या है और कैसे काम करता है। इसके लिए
उसे if की definition
check करने की आवश्यकता नहीं होती है। उसी
प्रकार echo के बारे में भी PHP
parser को पूर्ण जानकारी होती है।
लेकिन built
in functions के case में ऐसा नहीं होता है। जब भी PHP
parser को कोई built
in function मिलता है तो वह language
definition में उसके format को match करता है। Parser
check करता है की इसे सही प्रकार declare
किया गया है या नहीं।
इसके बाद parser
function को उन language
constructs में convert करता है जिनकी जानकारी उसे है और
इसके बाद ही function execute होता है। यह एक लंबी process होती है।
इसे आप इस प्रकार समझ सकते है की
जैसे आप किसी article को एक तो Hindi भाषा में पढ़े और एक जर्मन भाषा में
पढ़े। जब आप Hindi भाषा में किसी article
को पढ़ेंगे तो आपको बार बार dictionary
देखने की और grammar
rules check करने की आवश्यकता नहीं होती है।
लेकिन जब आप जर्मन भाषा में उस article
को पढ़ेंगे तो आपको बार बार dictionary
में हर word का मतलब देखना होगा क्योंकि आप
जर्मन भाषा से परिचित नहीं है।
इसी प्रकार PHP
parser के लिए language
constructs mother tongue की तरह होते है जिन्हें समझने के लिए उन्हें किसी प्रकार की processing
करने की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन PHP
parser के लिए functions
किसी दूसरी भाषा की तरह होते है
जिससे वह परिचित नहीं है और इसके लिए उसे बार बार language definition check
करनी होती है।
क्योंकि language
constructs के लिए किसी प्रकार की processing
नहीं होती है इसलिए language
constructs functions से faster होते है। यही reason है की इन्हें functions
से अधिक use किया जाता है।
इसके अलावा functions
return value भी set करते है इसलिए उनकी processing और भी slow हो जाती है। लेकिन PHP
echo function नहीं है इसलिए ये कोई value भी return नहीं करता है। इसलिए इसकी processing
function से अधिक होती है।
PHP के opening
और closing tags के अंदर आप कोई भी HTML
tags define नहीं कर सकते है। ऐसा करने पर error
generate होती है। लेकिन PHP
echo द्वारा आप HTML को भी render
करके display
करवा सकते है। इसके लिए आप HTML tags
को string के रूप में echo के अंदर quotes
में define करते है।
Syntax of PHP
echo
PHP echo का general syntax निचे दिया जा रहा है।
जैसा की आप ऊपर दिए गए उदाहरण में
देख सकते है echo में आप string और argument/variable दोनों एक साथ double
quotes में pass कर सकते है। Echo द्वारा एक से अधिक arguments
को process किया जा सकता है।
क्योंकि echo एक function नहीं इसलिए इसे आप बिना paranthesis
के भी इसे use
कर सकते है।
यदि आप echo के अंदर define की गयी string में single quote use करना
चाहते है तो आपको echo के
साथ double quotes use करने
की आवश्यकता होती है। आप चाहे तो echo के साथ single quotes भी use कर सकते है।
यदि आप किसी variable की value print कर
रहे तो इसके लिए आपको quotes में
उसे define करने
की आवश्यकता नहीं होती है। आप echo के
बाद सीधे ही dollar sign के
साथ varaible का नाम लिख सकते
है।
यदि आप PHP code में HTML tags को use करना चाहते है तो
इसके लिए आप HTML को echo के साथ quotes में define कर सकते है।
Example of PHP echo
PHP echo को use करने का एक simple उदाहरण निचे दिया जा रहा है।
ऊपर दिए गए उदाहरण में echo द्वारा string के साथ साथ variable और HTML को भी display करवाया गया है। यह
उदाहरण निचे दिया गया output
generate करता है।
Introduction to Operators
Variables के साथ operations जैसे की addition, division, comparison आदि perform करने के लिए operators
का प्रयोग किया जाता है। जब आप किसी
variable के साथ operator को यूज़ करते है तो वो variable operand कहलाता है। Operators
2 तरह के होते है।
- Unary
- Binary
Unary operators एक single variable के साथ यूज़ किये जाते है। इस तरह के operators
या तो variable
के आगे लगते है या पीछे लगते है। इस
तरह के operators को variable के साथ यूज़ करने से variables का मतलब बदल जाता है।
Binary operators 2 variables के बीच में यूज़ किये जाते है जैसे की ( + ) addition। इस तरह के operators
दोनों variables
की value change करके तीसरी नयी वैल्यू produce
करते है।
Arithmetic Operators
Arithmetic operators वेरिएबल्स के साथ arithmetic operations perform
करने के लिए यूज़ किये जाते है। कुछ
common arithmetic operators की list निचे दी जा रही
है।
Assignment Operators
Assignment operator एक variable को value assign करने के लिए यूज़ किया जाता है। (=) assignment
operator होता है। ये value
आप 2 प्रकार से assign
कर सकते है।
- Direct
- By
reference
पहले तरीके में आप वैल्यू को directly
assign करते है। Direct
value assign करना बिलकुल simple
है। आप एक variable
create करते है और (=) assignment
operator लगा कर उसके आगे value
लिख देते है।
Ex. $a = 4;
Ex. $n = “yourName”;
दूसरे तरीके में आप एक variable
को दूसरा variable
assign करते है। ऐसा करने से right
side के variable की value left side के variable को assign हो जाती है। इसे assigning
by reference कहते है।
Ex. $a = 4;
$b = $a; // b contains 4
Bitwise Operators
Bitwise operators bits पर operation perform करते है। कोई भी decimal, memory level पर bits में convert होता है। यदि आप bits पर operation perform करना चाहते है तो bitwise
operators यूज़ कर सकते है।
Comparison Operators
ये operators दो variables की values को compare करने के लिए यूज़ किये जाते है।Comparison
operators का प्रयोग ज्यादातर control
statements में किया जाता है। इनका result
TRUE या FALSE होता है।
Error Control Operators
PHP में एक error
control operator यूज़ किया जाता है। ये operator होता है (@)। जब आप यह operator
किसी statement
के साथ यूज़ करते है तो उस statement
से generate होने वाली errors
को ignore कर दिया जाता है। ये operator
ज्यादातर file
handling में यूज़ किया जाता है।
Execution Operators
PHP में एक execution
operator यूज़ किया जाता
है। ये operator होता है (“)। Execution operator के माध्यम से आप कोई भी shell command PHP code के द्वारा execute
कर सकते है।
Increment / Decrements
Operators
Increment and decrements operators के द्वारा आप किसी वेरिएबल की value को increment और decrement कर सकते है। ये operators (++) और (–) होते है। ऐसे variables 2 तरह से यूज़ किये जा सकते है।
- Post
increment/decrements – इस तरह के यूज़ में operators
variable के पीछे लगाये जाते है। ये variable को print करने के बाद में उसकी value को 1 नंबर से increase या decrease करते है।
Example. $a++;
- Pre
increment/decrements – इस तरह के यूज़ में operators
variable के पहले लगाये जाते है। ये variable को print करने से पहले increase
या decrease करते है।
Example. ++$a
Logical Operators
Logical operators logic perform करने के लिए यूज़ किये जाते है। ये operators control
statements में भी यूज़ किये जाते है।
String Operators
PHP में 2 तरह के string
operators यूज़ किये जाते है।
- Dot
(.) = ये concatenation
operator होता है। ये एक string
variable को
दूसरे string
variable के साथ जोड़ता है और तीसरा string
variable बनाता है।
Ex.
$a=”bitu”;
$b=”sharma”;
$c = $a.$b;
- Dot
equals (.=) = ये
operator
अपने right side की string को left side के variable में add करता है।
Ex .
$a=”Harry”;
$a.=”sharma”;
Array Operators
PHP कुछ ऐसे array
operators भी provide
करती है जो सिर्फ arrays
पर apply होते है।
Type Operators
PHP में एक type
operator भी यूज़ किया
जाता है। ये operator ये decide करने के लिए यूज़ किया जाता है की कोई object
किसी particular
क्लास का है या नहीं। PHP का type operator
instanceof होता है।
Example
$ output = $a instanceof yrClass;
Introduction to
Control Statements
PHP Control statement आपके program के execution
को control करते है। Control
statements program में logic
build करने के लिए यूज़ किये जाते है।
Logic के द्वारा आप decide करते है कोनसे statement
आप execute करना चाहते है और कोनसे statements
को आप छोड़ना चाहते है। या कौनसे statements
को आप एक से ज्यादा बार execute
करना चाहते है। आप चाहे तो किसी particular
condition में किसी statement
को execute होने से रोक सकते है या उसे एक से
ज्यादा बार execute कर सकते है।
Control statements आपको program पर पूरा control
provide करते है। यानि की ये आप decide करते है की program
का execution कैसे होगा। PHP में control statements बाकी सब programming
languages की तरह ही है साथ ही कुछ special
statements भी PHP में include किये गए है।
Control statements 4 तरह के होते है –
- Selection
statements
- Looping
statements
- Jump
statements
- Special
PHP statements
आइये इन सभी control
statements के बारे में जानने का प्रयास करते
है।
If Statement
If statement में आप condition देते है, यदि condition true है तो if
statement के बाद वाले block
में दिए हुए statement
execute हो जाते है। और यदि condition
false है तो compiler
brackets को skip कर देता है और statements
execute नहीं होते है।
While Loop
While एक looping
statement है। ये block
में दिए हुए statements
को तब तक execute
करता है जब तक condition
true रहती है। Condition
के false होने पर while
statement का execution रुक जाता है।
Loop को control
करने के लिए आप एक condition
देते है उस condition
की value हर loop के साथ change
होती है और तब तक change
होती है जब तक की condition
false न हो जाये। यदि आप condition
variable को increase नहीं करेंगे तो condition
कभी false नहीं होगी और loop का execution अनन्त समय तक चलता रहेगा।
Do-While
Loop
do while loop while loop की तरह ही होता है बस इसमें statements पहले execute
हो जाते है और condition
बाद में check
होती है। Do
while loop के statements शुरू में एक बार जरूर execute होते है चाहे condition
true हो या false। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि do
while loop में condition बाद में check
होती है।
For Loop
For loop एक बहुत ही simple loop होता है। इस loop में आप loop को control
करने वाले variables
को initialize करते है,
condition लिखते है और variable
को increment करते है और ये सब एक ही जगह होता
है।
For Each
Loop
यह loop विशेषकर arrays
को iterate करने के लिए बनाया गया है। ये लूप
सिर्फ arrays के साथ काम करता
है। यदि आप इसे variables के साथ यूज़ करते है तो ये error शो करता है। For each loop के साथ आप array elements पर आसानी से operation perform कर सकते है।
Continue and
Break Statement
Continue statement किसी loop की iteration
को skip करने के लिए यूज़ किया जाता है।
जैसे की यदि आप loop में कोई ऐसी condition
आये जँहा पर आप कोई भी task नहीं perform
करना चाहते है तो इसके लिए आप continue
statement का प्रयोग करते है।
Break statement statements की sequence को break करने के लिए यूज़
किया जाता है। जैसे की यदि एक certain condition के बाद आप loop को execute
नहीं कराना चाहते है तो break
लगाने से loop
terminate हो जायेगा। ऊपर दिए हुए उदाहरण में
यदि आप continue के जगह break लगाएंगे तो 3rd
iteration में ही loop
terminate हो जायेगा।
Switch
Statement
Switch statement if की तरह ही होता है। Switch में cases होते है। आप एक choice
देते है। Switch
के जिस case से choice match करती है वही execute
हो जाता है। जब कोई भी case
match नहीं होता है तो default
case execute हो जाता है।
Declare
Declare statement के द्वारा आप किसी block of code के execution को निर्देशित कर सकते है।
Return
Statement
ये statement ज्यादातर functions
के साथ यूज़ किया जाता है। जब return
statement execute होता है तो execution
function से return हो जाता है। Return
statement के माध्यम से आप function
से कोई value
या variable भी return कर सकते है।
Include
Statement
इस statement के द्वारा आप किसी दूसरी php
file को अपनी किसी file में include कर सकते है। जिस जगह पर आप उस file को include करेंगे उसी जगह उसका content
शो होगा। जिस file का नाम आपने दिया है यदि वो exist
नहीं करती है तो compiler
warning show करता है लेकिन execution
नहीं रुकता है।
Require
Statement
ये statement include की तरह ही होता है लेकिन इसमें यदि file
exist नहीं करती है तो program
का execution रुक जाता है।
Goto
Statement
Goto statement program में किसी दूसरे section में जाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
Introduction to
PHP print
PHP में output
display करने के लिए echo और print को use किया जाता है। PHP
echo की ही तरह print भी एक language
construct है। यह कोई function
नहीं है।
PHP print output display करने का एक traditional तरीका है। यदि आप c language से familiar है तो print
आपको ज्यादा appropriate
लगेगा।
PHP print एक function की तरह behave करता है। यदि आप output
को function के द्वारा या function
के सन्दर्भ प्रयोग करना चाहते है तो ऐसी situation
में आपको PHP
print को ही use करना चाहिए।
Syntax of PHP
print
PHP print का general syntax निचे दिया जा रहा है।
print “string $varaibleName”; |
PHP print को single quotes के साथ भी use किया जा सकता है। आप चाहे तो print
को parenthesis के साथ भी use कर सकते है।
print (“string $varaibleName”); |
PHP echo की ही तरह print में भी HTML
define की जा सकती है।
print “<tagName>text</tagName>”; |
Difference
Between PHP echo & print
Uses में PHP
echo और print same ही लगते है लेकिन इनमें कुछ
महत्वपूर्ण difference पाए जाते है। इनके बारे में निचे बताया जा रहा है।
Return Value
PHP echo कोई value return नहीं करता है। इसे आप function के context में नहीं use कर सकते। है जबकि PHP
print 1 return करता है। इसे आप expressions
में use कर सकते है।
$res = print “Today is someday.”; // $res will
have 1 as value if($res==1) |
No Multiple Arguments
PHP echo multiple arguments को process कर सकता है। इसके
लिए आप सभी arguments को comma (,) से separate करके quotes में define
करते है।
echo “Hello”,”reader”,”$variableName”;
//Multiple arguments possible with echo |
लेकिन PHP
print एक बार में सिर्फ एक ही argument
को process करता है। PHP
print में आप comma
(,) से separate करके एक बार में 2
strings नहीं print
कर सकते है।
//Invalid. Multiple argument not possible with
print //Valid.
Only one argument is allowed with print. |
Speed
क्योंकि PHP
echo में return value नहीं set की जाती है इसलिए echo की processing print से fast होती है।
Example of PHP
print
PHP print को use करने का सरल
उदाहरण निचे दिया जा रहा है।
<?php $name
= “Hindi”; ?> |
Introduction to PHP
Functions
यदि आपके program
में कोई ऐसा task है जिसे आपको अलग अलग जगह execute
करने की जरुरत है तो आप उस task के लिए program
में कई जगह पर code लिखने की बजाय PHP
function create कर सकते है।
और जब भी आपको उस task को perform करने की आवश्यकता हो तो आप उस function
को अलग अलग जगह पर call कर सकते है। ऐसा करने से आपका time भी बचता और computer
की memory भी बचती है साथ ही आपका program
भी short और readable बन जाता है। इसे code
re-usability कहा जाता है। क्योंकि आप एक ही code को अलग अलग जगह पर यूज़ करते है।
No Need to Write Code Again &
Again
यदि में आपसे पुछुं की किसी PHP
program में echo या print function की जरुरत कितनी बार पड़ती है। तो आप
कहेंगे की बहुत बार पड़ सकती है।
अब मान लीजिये यदि इन function
का पूरा code आपको हर बार लिखना पड़े तो program
कितना बड़ा हो जायेगा और कोई भी simple
project पूरा करने में बहुत time लग जायेगा। ऐसी situations
से बचने के लिए programs
में functions यूज़ किये जाते है। Functions
किसी भी program
के basic structure होते है। C की तरह ही PHP भी एक modular
language है। Function create करने के लिए आप function
कीवर्ड यूज़ करते है।
PHP functions के बारे में सबसे unique बात ये है की आप किसी function में दूसरा function
तो create कर ही सकते है साथ ही एक class
भी create कर सकते है। Anonymous
functions भी PHP में introduce किये गए है। ये java की तरह ही है। ये बिना नाम के functions
होते है। ऐसे functions
ज्यादातर किसी function
को पहले क्रिएट करने के बजाय साथ की
साथ बनाने और यूज़ करने के लिए उपयोग किये जाते है।
Types of
Functions
PHP में 3 तरह के functions
यूज़ किये जाते है, इनके बारे में निचे समझाया जा रहा
है।
User Defined Functions
वे functions जो programmer द्वारा बनाये जाते है user
defined functions कहलाते है। PHP
में function क्रिएट करने के लिए आपको function
keyword यूज़ करना होता है।
Structure
function func_Name(arg1, arg2, …. argn)
{
// Perform any task here
}
Example
function myAddFunction($a, $b)
{
$result = $a+$b;
echo "Addition is :" $result);
}
PHP में function
create करने के लिए सबसे पहले आप function
keyword लिखते है। इसके बाद function
का नाम लिखा जाता है।
Function Arguments
Function के नाम के बाद brackets में arguments पास किये जाते है। Arguments वो values होती है जो function
को call करवाते समय पास की जाती है। जैसे की
यदि आपका PHP function 2 numbers के addition का है तो आप add करने के लिए 2 numbers pass कर सकते है।
ताकि function
इन पर addition
का operation perform कर सके। Arguments
के बाद curly
brackets में कुछ statements
होते है जिन्हें आप execute
करवाना चाहते है। जैसे की हमारे example
में आप arguments
में पास किये गए numbers
को add करवा सकते है।
Function Call
PHP में function
call करने के लिए आप सिर्फ function
का नाम लिखते है और उसके बाद brackets
में required arguments पास करते है। PHP
functions को आप कई प्रकार से call कर सकते है। जैसे की echo
statement में भी आप PHP
functions को call कर सकते है। ऊपर दिए गए function
को आप इस प्रकार call कर सकते है।
<?php
// Defining function
function myAddFunction($a, $b)
{
return $a + $b;
}
// Calling function with arguments
$result = myAddFunction(3,5);
echo "<h2>Addition is $result</h2>";
?>
ऊपर दी गयी script
निचे दिया गया output
generate करती है।
PHP में function
क्रिएट करते समय आप चाहे तो default
argument भी दे सकते है। Function
call के दौरान जब user कोई argument नहीं पास करे तो default
argument यूज़ किया जाता है।
Default arguments
किसी भी PHP
function को default argument देने के लिए आप उसके आगे assignment
operator (=) लगा के default
argument लिख देते है।
<?php
// Defining default argument
function hello($userName = "Sir/Mam")
{
echo "<h2>Welcome $userName</h2>";
}
hello();
?>
ऊपर दिए गए उदाहरण में यदि यूजर खुद
का नाम नहीं पास करता है तो Welcome के बाद Sir/Mam शो होगा। ये
उदाहरण निचे दिया गया output generate करता है।
Built-in
Functions
PHP programmers के लिए कुछ built in functions provide करती है। ये functions
programmer का काम और भी आसान कर देते है। कुछ common
built-in functions की list निचे दी जा रही है।
Functions |
Examination |
__construct() |
Constructor for classes. |
mysql_connect() |
Connects |
date() |
Prints |
count() |
Used to |
file_exists() |
Checks |
Anonymous
Functions
PHP में नए तरीके के functions
add किये गए है जिन्हे anonymous
function कहते है। इन functions
की सिर्फ body
होती है, इनका कोई नाम नहीं होता है। इन functions
को किसी भी expression
के बीच में यूज़ कर सकते है। इसके
लिए function keyword use करते है।
<?php
// Defining anonymous function
$var = function($name)
{
echo "<h2>Hello $name</h2>";
};
// Calling anonymous function
$var("Reader");
?>
ऊपर दी गयी script
निचे दिया गया output
generate करती है।
Introduction to
PHP Classes
PHP में class
एक object oriented
programming feature है। इसके द्वारा
आप किसी data और उस पर perform
होने वाले operations
को एक साथ bind करते है। एक class
में data properties
(variables) के द्वारा represent
किया जाता है। Data पर perform होने वाले operations
class में function द्वारा represent
किये जाते है।
Bind Data and Behaviour Together
Class c language में structure की तरह होती है। जिस प्रकार c language में structure के अंदर अलग अलग data
types के variables create करके उनका एक compound
type create किया जाता है। और बाद में उस type के variables create किये जाते है। उसी प्रकार एक PHP
class में भी आप अलग अलग data
types के variables create कर सकते है।
फर्क सिर्फ इतना होता है की class
में आप variables
के आलावा functions
भी define कर सकते है। इस प्रकार class
भी एक type होती है, जिसके variables
objects कहलाते है।
Class is a Blueprint
Class को आप एक घर के नक़्शे की तरह समझ सकते
है। इस नक़्शे के आधार पर कई घर (objects) बनाये जा सकते है जिनमें अलग अलग families (information/data)
रह सकती है।
आसान शब्दों में कहा जाए तो class
एक blueprint होता और object
उसका real
representation होता है। Object
में ही data
store होता है। Class
से data secure हो जाता है। Class
data को secure करने के लिए PHP आपको visibility
mechanism provide करती है। Visibility
के द्वारा आप data के access को control कर सकते है।
Data Separation
Class create करके आप एक तरह के data को दूसरी तरह के data से separate कर सकते है।
उदाहरण के लिए आप किसी company
के marketing
department का data और उससे related
operations एक class द्वारा represent
कर सकते है। और sales
department का data और उससे related
operations दूसरी PHP
class द्वारा represent
कर सकते है।
Data और उससे सम्बंधित
functions को अलग अलग classes में define करने से program
की complexity कम हो जाती है। एक class
programmer को data centred approach
provide करती है। Classes
में पूरा focus
data पर होता है जो की object
oriented programming का एक feature
है।
Creating PHP
Classes
PHP में class
आप class keyword को use करते हुए define
करते है। इसका general
syntax निचे दिया जा रहा है।
classKeyword className
{
// Properties & Functions here.....
}
PHP में class
create करने का simple
उदाहरण निचे दिया जा रहा है।
<?php
class Employee
{
// Property declaration
public $name = "Fred";
// Function declaration
public function dispFunction()
{
return $this->name;
}
}
?>
जैसा की मैने आपको पहले बताया class
किसी नक़्शे की तरह होती है और
जिसके आधार पर कितने भी
घर बनाये जा सकते है जिनमें अलग अलग families रह सकती है।
ऊपर दिए गए उदाहरण में एक Employee
class create की गयी है। इस class
के आप कितने भी objects
create कर सकते है। हाँलाँकि इस उदाहरण में
पहले से ही property की value define कर दी गयी है लेकिन constructors के माध्यम से आप हर object
की properties को अलग अलग values
pass कर सकते है। इसके बारे में और अधिक
आप आगे आने वाली tutorials जानेंगे।
Class Objects
जिस प्रकार Integer,
float और character आदि data types होते है, उसी प्रकार PHP में class भी एक type होती है। फर्क सिर्फ इतना होता है
की class एक user
defined type होती जो user स्वयं अपनी आवश्यकता के अनुसार define
करता है।
Access Class Elements
Class type के भी variables create किये जाते है। Class type के variables को objects कहा जाता है। इन objects
के द्वारा आप class
में define की गयी अलग properties
में data store करवाते है।
उदाहरण के लिए आप ऊपर create
की गयी Employee
class के 10 objects create कर सकते है। और उन objects
द्वारा 10
employees की information जैसे की उनका नाम आदि store
और access कर सकते है।
जब भी आप कोई object
create करते है तो PHP आपको class
में define की गयी properties
के अनुसार memory
में space provide करती है। इस space
में information आप object के नाम द्वारा store
और access करते है। इस प्रकार आप अलग अलग objects
द्वारा अलग अलग information
store कर पाते है।
Syntax of Creating Objects
Object को normal
variables की तरह declare
नहीं किया जाता है। Objects
declare करने के लिए new
keyword use किया जाता है।
$objectName = new className;
Objects create करते समय constructor को argument भी pass किये जा सकते है।
ऐसी situation में आप object declare करने के लिए निचे दिया गया syntax use कर सकते है।
$objectName = new className(arg-list);
Example
<?php
class Employee
{
// Property declaration
public $name = "Fred";
// Function declaration
public function dispFunction()
{
return $this->name;
}
}
// Creating object
$obj = new Employee();
echo "<h2>Name</h2>".$obj->dispFunction()."<h2>is printed using class object.</h2>";
?>
ऊपर दिए गए उदाहरण में Employee
class create की गयी है। जैसा की आप देख सकते है
इस class के अंदर एक property
और एक function
declare किया गया है। Property
को value पहले से ही assign
की गयी है।
Class properties को values आप manually
assign ना करते हुए object
create करते समय भी pass कर सकते है। ऐसा constructors
द्वारा किया जाता है जिसके बारे में
आप आगे की tutorials में जानेंगे। Function के अंदर property को return किया जा रहा है। Function
में $this keyword का use किया गया है।
यह keyword current PHP
class के object की तरह use किया जाता है। Class
members को सिर्फ class
objects द्वारा access
किया जा सकता है। इसलिए $this
यँहा पर Employee
class के object की तरह use किया गया है। इस keyword
से $name property को access किया गया है। आखिर में class
के बाहर Employee
class का object create किया गया है और dispFunction()
को call किया गया है।
Introduction to PHP Visibility इन properties और functions को आसानी से class के बाहर object द्वारा access
किया जा सकता है। ऐसे में आपका data
secure नहीं रहता है।
Data को secure
करने के लिए PHP
आपको controlling
access mechanism provide करती है। इस mechanism को visibility कहा जाता है। Visibility द्वारा आप सभी properties और methods के access
को control कर सकते है।
PHP Visibility
Modes
PHP का visibility
mechanism 3 modes में काम करता है। ये modes
अलग अलग access
levels define करते है। Programmers
need के अनुसार किसी भी mode का access level
properties और methods पर apply कर सकते है।
Visibility modes keywords के रूप में available है जिन्हें आप properties और methods declare करते समय define करते है।
Syntax of PHP Visibility
Modes
Properties पर visibility modes apply करने का general syntax निचे दिया जा रहा है।
[visibilityMode] [propertyName] =
[constantValue]; |
Functions पर visibility modes apply करने का general syntax निचे दिया जा रहा है।
[visibilityMode] [functionKeyword]
[functionName] (arguments-list) } |
किसी भी web
application का secure होना अति आवश्यक होता है। यदि आपकी web application
secure नहीं है तो कोई भी इसे आसानी से break
कर सकता है और आपके users का private और महत्वपूर्ण data
access कर सकता है।
उदाहरण के लिए classes
में आपकी application
से related महत्वपूर्ण data
properties के रूप में store
किया जाता है। इस data पर functions द्वारा operations
perform किये जाते है।
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